Home Haryana News मंत्री पद के लिए मशहूर पानीपत ग्रामीण सीट:तीन चुनाव हुए; पहला निर्दलीय, दूसरा-तीसरा बीजेपी के खाते में; दो बार मिला मंत्रालय

मंत्री पद के लिए मशहूर पानीपत ग्रामीण सीट:तीन चुनाव हुए; पहला निर्दलीय, दूसरा-तीसरा बीजेपी के खाते में; दो बार मिला मंत्रालय

मंत्री पद के लिए मशहूर पानीपत ग्रामीण सीट:तीन चुनाव हुए; पहला निर्दलीय, दूसरा-तीसरा बीजेपी के खाते में; दो बार मिला मंत्रालय

इस बार पानीपत ग्रामीण सीट पर इन तीनों के बीच कड़ा मुकाबला है।

हरियाणा के पानीपत जिले में चार विधानसभाएं है। जिनमें पानीपत शहरी, समालखा, इसराना और पानीपत ग्रामीण सीट शामिल है। 15 साल पहले अस्तिव में आई ग्रामीण सीट पर मंत्री पद के लिए जानी जाती है। इस सीट पर कांग्रेस अभी तक खाता नहीं खोल पाई है। यहां पहला चुनाव न

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जबकि दो बार लगातार बीजेपी का फूल यहां खिला है। इन तीन में से दो विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा चुका है। ये पानीपत की चारों विधानसभाओं में सबसे कम चुनाव वाली और सबसे ज्यादा मंत्री देने वाली सीट है। इस बार चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां अब मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस के अलावा निर्दलीय में है।

जिनमें बीजेपी से लगातार दो बार के विधायक महिपाल ढांडा, कांग्रेस से सचिन कुंडू और निर्दलीय विजय जैन शामिल है। गौरतलब है कि विजय जैन पहले बीजेपी से पार्षद चुने गए थे। कुछ समय पहले वे कांग्रेस में शामिल हुए थे। लेकिन कांग्रेस से भी टिकट नहीं मिली, तो उन्होंने निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया। जैन के इस फैसले से चुनाव त्रिकोणीय हो गया। हालांकि यहां महिपाल ढांडा ज्यादा मजबूत है।

महिपाल ढांडा ने दो चुनाव रिकॉर्ड मतों से थे जीते 2019 के विधानसभा में बीजेपी के महिपाल ढांडा ने 21,961 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 40.77 % वोट शेयर के साथ 67,086 वोट मिले थे। उन्होंने जजपा के देवेंद्र कादियान को हराया था, जिन्हें 45,125 वोट (27.42 %) मिले थे। 2014 के विधानसभा चुनाव में महिपाल ढांडा ने ने इस सीट से जीत हासिल की थी।

2014 के विधानसभा चुनाव में महिपाल ढांडा को 40.08 % वोट शेयर के साथ 62,074 वोट मिले थे। उस दौरान आईएनसी उम्मीदवार धारा सिंह रावल को को 25,942 वोट (16.75 %) मिले। ढांडा ने रावल को 36,132 वोटों के अंतर से हराया था।

ये रह चुके पानीपत से मंत्री पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट हमेशा से मंत्री पद की गारंटी बनी हुई है। 2009 से पहले इस सीट को नौल्था विधानसभा के नाम से जाना जाता था। 2009 में पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट आस्तित्व में आई थी। पानीपत ग्रामीण (पहले की नौल्था विधानसभा) अब तक एक नेता को स्पीकर व चार को मंत्री का पद मिल चुका है।

पानीपत की यह एक मात्र ऐसी सीट है जिससे एक से अधिक मंत्री बने हैं। इससे पहले इसराना से कृष्ण लाल पंवार, पानीपत शहरी से बलबीर पाल शाह व समालखा से करतार सिंह भड़ाना मंत्री रह चुके हैं। पानीपत ग्रामीण विधानसभा से अब तक सतबीर कादियान इनेलो सरकार में स्पीकर, बिजेंद्र कादियान हरियाणा विकास पार्टी से स्वास्थ्य मंत्री, प्रसन्नी देवी कांग्रेस पार्टी से भजनलाल सरकार में मंत्री, ओमप्रकाश जैन कांग्रेस सरकार में परिवहन मंत्री व महिपाल ढांडा फिलहाल भाजपा सरकार में पंचायत मंत्री हैं।

पानीपत ग्रामीण सीट पर साल 2009 में पहला चुनाव जीतने वाले ओम प्रकाश जैन।

पानीपत ग्रामीण सीट पर साल 2009 में पहला चुनाव जीतने वाले ओम प्रकाश जैन।

2009 में बदला था विधानसभा का नाम 2009 में नौल्था विधानसभा का नाम बदलकर पानीपत ग्रामीण विधानसभा कर दिया गया। 2009 में निर्दलीय ओमप्रकाश जैन ने इनेलो की बिमला कादियान को हराया। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें प्रदेश में परिवहन मंत्री बना दिया। 2014 में भाजपा के महिपाल ढांडा ने जीत दर्ज की।

2019 में वह दोबारा विधायक बने। अब 2024 में उन्हें पंचायत मंत्री बनाया गया है। पानीपत ग्रामीण सीट को अकसर जाट सीट माना जाता है। यहां से एक बार गैर जाट ओमप्रकाश जैन ही विजय हासिल कर पाए हैं। जातीय समीकरणों के चलते सभी पार्टियां आमतौर पर यहां से जाट उम्मीदवार को ही उतारती है।

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