रिपोर्ट – कृष्ण कुमार
नागौर. आज एक ऐसे अविष्कार के बारे में बताने जा रहें हैं. जो वाकई में कई लोगों की जान बचा सकता है. क्योंकि अक्सर देखा जाता कि यात्रा करने के दौरान कई लोगों के द्वारा लापरवाही की जाती हैं जिससे उनको ही नुकसान होता हैं. कई बार छोटे बच्चों को साथ लेकर यात्रा करनी पड़ती हैं लेकिन बच्चें ना समझ होने के कारण चलते वाहन से हाथ या मुंह को बाहर निकाल देते इस लापरवाही को कम करने के लिए नागौर जिले की उर्मि ने अलर्टिग अर्लाम सिस्टम बनाया हैं.
आइए पहले आपको को उर्मि के बारें में बताते हैं
उर्मी डेगाना इड़वा गांव की रहने वाली हैं. यह इड़वा के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में कक्षा 11 में अध्यनरत हैं. इन्होनें मात्र दो दिन में अलर्ट टिंग सिस्टम बनाया हैं. जो वाहनों के लिए फायदेमंद हैं.
यात्रा के दौरान बच्चे को देखकर आया आइडिया
उर्मि ने बताया कि माता – पिता के साथ बस में यात्रा कर रही थी तब एक बच्चें द्वारा बाहर- बाहर खिड़की से हाथ बाहर निकाल रहा था उसी बच्चें को देखकर इस अलर्टिंग सेंसर बनाने का आईडिया आया.
ऐसे बना दिया अलर्टिंग अलार्म
इस अलर्टिंग सेंसर सिस्टम को बनानें में मात्र दो दिन लगें. इसे बनाने में मेरी माता ने अहम् योगदान दिया. इस सेंसर में ऑटोकपलेर,सेंसर चिप, बजर, रजिस्ट्रर, माइक्रोचिप का प्रयोग किया हैं.इस सेसर की खासियत यह हैं कि यह ह्यूमन बॉडी से ऑटोमेटिक कनेक्ट होता हैं.
कुछ इस तरह काम करेगा सेंसर
इस सेंसर को अलर्टिंग सेंसर सिस्टम के नाम से जाना जाता हैं. यह सेंसर वाहन की हर खिड़की वाली सीट पर लगाया जाएगा उस सीट पर यदि कोई व्यक्ति यात्रा कर रहा हैं. वह यात्रा के दौरान वाहन की खिड़की से हाथ बाहर निकालता है या मनुष्य शरीर का कोई भी अंग बाहर निकालता हैं तो अलर्टिंग सिस्टम एक्टिव होकर ड्राइवर के पास बर्रज के रूप में संदेश पहुंचाएगा. जिससे ड्राईवर को पता लग जाएगा व यात्रा कर रहें यात्रा को सूचित कर दिया जाएगा. इस प्रकार से यह सिस्टम कार्य करेगा.
उर्मि करवाना चाहती हैं इसका पेटेंट
उर्मि ने बताया इस अलर्टिंग सेंसर सिस्टम को पेटेंट करना चाहती हैं. इस छात्रा से संपर्क करने के लिए 7790800805 पर संपर्क कर सकते हैं.
Tags: Nagaur News, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : February 11, 2023, 13:49 IST
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