मुंबई. डाक विभाग (India Post) ने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रमुख डाक योजनाओं का देश के सभी हिस्सों में पुहंचाने के लिए, फाइव स्टार गांवों (Five Star Village Scheme) के नाम से एक योजना शुरू की है. यह योजना विशेष रूप से सुदूरवर्ती गांवों में जन जागरूकता और डाक उत्पादों (Post Office Schemes) और सेवाओं तक पहुंचने की खाई को पाटने का प्रयास करेगी. फाइव स्टार गांवों की योजना के तहत सभी डाक उत्पादों (Postal Products) और सेवाओं को ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा. शाखा कार्यालय ग्रामीणों की सभी संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करेंगे.
फाइव स्टार योजना के अंतर्गत आने वाली योजनाओं में शामिल हैं:
(1) बचत बैंक खाते, आवर्ती जमा खाते, एनएससी/केवीपीप्रमाण पत्र
(2) सुकन्या समृद्धि खाते / पीपीएफखाते
(3) वित्त पोषित डाकघर बचत खाता भारतीय डाक पेमेंट बैंक खाते
(4) पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी / ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी और
(5) प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना खाता / प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना खाता.
अब कोई गांव उपरोक्त सूची में से चार योजनाओं के लिए सार्वभौमिक कवरेज प्राप्त करता है, तो उस गाँव को फोर-स्टार दर्जा मिल जाएगा. अगर कोई गांव तीन योजनाओं को पूरा करता है, तो उस गाँव को थ्री-स्टार दर्जा दिया जाएगा.
शुरू किया पायलट प्रोजेक्ट-योजना का शुभारंभ करते हुए, केंद्रीय संचार राज्य मंत्री, संजय धोत्रे ने कहा कि यह योजना महाराष्ट्र में प्रारंभिक आधार पर शुरू की जा रही है. यहां के अनुभव के आधार पर, इसे देश भर में लागू किया जाएगा. डाकिया और डाक विभाग आम नागरिक के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
ब्याज दर- डाकघर की NSC योजना में अभी सालाना 6.8 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. इसे सालाना आधार पर कंपाउंड किया जाता है लेकिन भुगतान मेच्योरिटी पर ही होता है. इस स्कीम का टेन्योर 5 साल का है. हालांकि मेच्योरिटी पूरा होने पर इसे और 5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.
इस योजना के तहत पूरे महाराष्ट्र राज्य को शामिल किया जाएगा. शुरू करने के लिए, प्रत्येक क्षेत्र के लिए दो ग्रामीण जिलों / क्षेत्रों की पहचान की गई है: नागपुर क्षेत्र में अकोला और वाशिम; औरंगाबाद क्षेत्र में परभणी और हिंगोली; पुणे क्षेत्र में सोलापुर और पंढरपुर; गोवा क्षेत्र में कोल्हापुर और सांगली; और नवी मुंबई क्षेत्र में मालेगाँव और पालघर. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-2021 के दौरान प्रत्येक जिले के कुल 50 गाँवों को शामिल किया जाएगा. क्षेत्रीय कार्यालय शामिल किए जाने वाले गांवों की पहचान करेंगे.
कैसे हर गांव में पहुंचेगी योजना- इसके लिए पांच ग्रामीण डाक सेवकों की टीम द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा जिन्हें डाक विभाग के सभी उत्पादों, बचत और बीमा योजनाओं के विपणन के लिए एक गाँव सौंपा जाएगा. इस टीम का नेतृत्व संबंधित शाखा कार्यालय के शाखा पोस्ट मास्टर करेंगे. डाक निरीक्षक दैनिक आधार पर टीम की प्रगति पर व्यक्तिगत निगरानी रखेंगे. टीमों का नेतृत्व और निगरानी संबंधित प्रभागीय प्रमुख, सहायक अधीक्षक डाक और निरीक्षक पदों द्वारा की जाएगी.
अभियान-ग्रामीण डाक सेवकों की टीम सभी पात्र ग्रामीणों को कवर करते हुए सभी योजनाओं के बारे में घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाएगी. शाखा कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर सूचना प्रदर्शित करके व्यापक प्रचार किया जाएगा. पंचायत कार्यालयों, स्कूलों, ग्राम औषधालयों, बस डिपो, बाजारों जैसे लक्षित गांवों के प्रमुख स्थानों का उपयोग विज्ञापन के लिए भी किया जाएगा और पर्चे वितरित किए जाएंगे. कोविड-19 सुरक्षा दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए छोटे मेलों का आयोजन किया जाएगा.
प्रशिक्षण और निगरानी-सभी योजनाओं को शामिल करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचा, पहचाने गए गांवों में सभी शाखा कार्यालयों को प्रदान किया जाएगा. योजना की प्रगति और लक्ष्य उपलब्धि को सर्कल, क्षेत्रीय और मंडल स्तरों पर बारीकी से देखा जाएगा. मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल द्वारा मासिक प्रगति की समीक्षा की जाएगी.
महाराष्ट्र सर्कल और गोवा राज्य के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल, हरीश चंद्र अग्रवाल ने मंत्री को आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र बाद में योजना को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू करने का मार्ग प्रशस्त करते हुए, फाइव स्टार गांव योजना के सफल कार्यान्वयन का एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करेगा. महानिदेशक (डाक), विनीत पांडे; और पोस्टमास्टर जनरल, मुंबई क्षेत्र, स्वाति पांडे ने भी ऑनलाइन शुरूआत में भाग लिया.
Tags: India post, Post Office, Postal department
FIRST PUBLISHED : September 11, 2020, 07:32 IST
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